
भारतीय एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के जाने-माने निर्माता, निर्देशक और अभिनेता धीरज कुमार अब हमारे बीच नहीं रहे। 80 वर्षीय धीरज कुमार का मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में निधन हो गया।
वो कुछ दिनों से निमोनिया के कारण भर्ती थे और वेंटिलेटर पर थे।
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अस्पताल में थे भर्ती, अब नहीं रहे
उनकी हालत पिछले कुछ दिनों से बेहद नाज़ुक थी। परिवार ने कुछ दिन पहले एक बयान जारी कर फैंस से प्राइवेसी बनाए रखने और उनके स्वास्थ्य लाभ की दुआ करने की अपील की थी। लेकिन अब उनकी टीम ने निधन की खबर की पुष्टि कर दी है।
‘ओम नमः शिवाय’ से लेकर ‘इश्क सुभान अल्लाह’ तक की यादें
धीरज कुमार ने न सिर्फ फिल्मों में अभिनय किया, बल्कि कई प्रतिष्ठित टीवी शोज और सीरीज को निर्मित और निर्देशित भी किया:
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ओम नमः शिवाय
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श्री गणेश
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अदालत
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इश्क सुभान अल्लाह
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घर की लक्ष्मी बेटियां
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मायका
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जय मां वैष्णो देवी
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Y.A.R.O का टशन
इसके अलावा, उन्होंने 21 पंजाबी फिल्मों में भी अभिनय किया था और उनका खुद का प्रोडक्शन हाउस था।
एक बहुमुखी कलाकार और निर्माता
धीरज कुमार की खासियत थी उनकी सामाजिक-सांस्कृतिक कहानियों को परदे पर जीवंत रूप देना। चाहे धार्मिक धारावाहिक हों या सामाजिक मुद्दों पर आधारित शो—उनकी हर रचना में एक खास संवेदना दिखती थी।
इंडस्ट्री में शोक की लहर, सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि
उनकी मौत की खबर आते ही टीवी और फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई। सेलेब्स, डायरेक्टर्स और आम दर्शक सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
एक यूज़र ने लिखा: “ओम नमः शिवाय ने मेरी आस्था को गहराया, RIP धीरज जी।”
दूसरे ने लिखा: “इश्क सुभान अल्लाह जैसा शो देने वाले शख्स को सलाम।”
धीरज कुमार की विरासत: सच्चे कलाकार का जाना
उनका जाना न सिर्फ एक व्यक्ति का अंत है, बल्कि एक सोच, एक शैली और एक युग का अंत भी है।
धीरज कुमार ने जिस संवेदनशीलता और कलात्मकता से कहानियाँ सुनाईं, वो आज की दौड़ती टीवी दुनिया में दुर्लभ है।
धीरज कुमार चले गए, लेकिन उन्होंने जो कहानियाँ छोड़ी हैं, वो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेंगी।
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